Two friends vs girl | बदलते चेहरे true story 2016

ये वो कहानी हैं Two friends vs girl जिसमे बदलते रिश्ते बदलते प्यार और दो दोस्तो की किस्मत ऐसे मोड़ पे लाकर खड़ा कर देती जो कभी सपने में नही सोचा होगा।

Two friends vs girl

Two friends vs girl | बदलते चेहरे true story 2016

चलिए फिर एक सच्ची कहानी की शुरुआत करते है जो 2016 की है। दो दोस्तो की अनुज और मुकेश की कहानी ये उन दिनों की बात है जब वे दोनो अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले होते है इसी बीच अनुज को एक लड़की पसंद आती है जिसका नाम रेनू होता है जो की उसी गांव की होती है अनुज उस लड़की से बात करना के कोशिश करता है पहले तो लडकी मना कर देती है अनुज से बात करने के लिए लेकिन अनुज ने हार नहीं मानी फिर कुछ दिनों के बाद उससे बात करता है और इस बार रेनू बात करने लगती है अब अनुज बहुत खुश था

उसको प्यार मिल चुका था ।अब दोनो एक दूसरे से बात करने लगे थे जब भी रेनू अपने जानवरो को पानी पिलाने या उनको खाना देने आती तो अनुज को बात करने का मौका मिल जाता था और दोनो बाते करते थे धीरे धीरे दिन बीतने लगे और और इसी तरह से वो बात करते रहे। एक दिन ऐसा आता है जब अनुज अपनी पढ़ाई पूरी कर लेता है और वह पैसा कमाने के लिए बाहर चला जाता है अनुज जाना तो नही चाहता है लेकिन उसकी हालात ऐसे थे की उसको जाना ही पड़ता है क्युकी अनुज की घर की आर्थिक स्थिती सही नही थी । फिर वह चला

जाने के बाद अनुज कभी कभी अपने दोस्त महेश के द्वारा वह रेनू से बात कर लेता था अब कुछ दिन बीत जाते है जब रेनू से अनुज की बात नहीं हो पाती है इस बीच महेश और रेनू की अच्छी दोस्ती हो जाती है और वो दोनो एक दूसरे से बाते किया करते है धीरे धीरे टाइम बीतता जाता है। उन दोनो को कब एक दूसरे से प्यार हो जाता है उनको भी पता नहीं चलता है अब क्या था महेश जब भी रेनू स्कूल के लिए घर से निकलती थी वह भी उसके पीछे निकल जाता है

दोनो एक दूसरे से रास्ते में बात करते हुए जाते थे। लगभग उनके प्यार को छा महीने बीत जाते ही अब इसी बीच अनुज बाहर से आता है अपने घर।अनुज बहुत खुश था। क्युकी वह अपने गांव और अपने दोस्त प्यार के पास आ जाता है लेकिन अनुज को कुछ नही पता होता है की उसका प्यार अब उसका नही रहा।

वह आते ही घर जाता है और अपने परिवार से मिलता है उसके बाद अपने दोस्त से फिर जाता है अपने प्यार रेनू से मिलने के लिए लेकिन जैसी ही रेनू उसको देखती है उसके चेहरे का रंग उड़ जाता है क्युकी शायद अब वह अनुज के प्यार को भूल चुकी थी इधर अनुज को कुछ अच्छा नहीं लगता है क्युकी रेनू के चेहरे पर अनुज को देख कर कोई खुशी नहीं थी और रेनू ने कुछ पूछा भी नही और अपने घर चली गई ।

Two friends vs girl | बदलते चेहरे true story 2016

अब अनुज कुछ समझ नहीं पा रहा था की ऐसा क्यू हो रहा है वो महेश से पूछता है क्या हुआ है वो मुझसे बात भी नहीं की ऐसा क्यू महेश बात को टाल देता है फिर भी अनुज मन ही मन सोचता है कोई न कोई तो बात जरूर है वह वहा से चला आता है फिर दूसरे दिन रेनू से बात करने की कोशिश करता है और फिर बात होती है।

इधर महेश अंदर ही अंदर बहुत दुखी होता है क्युकी उसको पता होता है की उसने गलती किया है अपने दोस्त के प्यार को अपना प्यार बना लेता है और फैसला लेता है। की वह सब कुछ सच बता देगा अनुज को और रेनू से दूर हो जायेगा। इधर रेनू से अनुज पूछता है की ये सब क्या हो रहा तुम अब पहले जैसी नहीं हो ना बात कर रही हो ना कुछ बता रही हो मुझे ये जानना है की तुम ऐसा क्यू कर रही हो।

तभी रेनू सब सच बता देती है की वह अब महेश को प्यार करती है तुमसे नहीं इतना सुनते ही अनुज की आंखों में आंसू आ जाते है उसने कभी सोचा भी नही था सपने में भी की उसका अपना दोस्त और रेनू एक दूसरे को प्यार करने लगे थे। वो समझ नही पा रहा था की ऐसे कैसे हो सकता है उसका अपना दोस्त उसके साथ कैसे ऐसा कर सकता है वो भी सब कुछ जानते हुए भी। और रेनू तो उससे प्यार करती थी उसने भी उसको धोखा दिया। वह अंदर से टूट जाता है।

लेकिन इधर महेश सोच चुका था की वह अब इन दोनो की लाइफ से चला जायेगा दोनो को एक कर देगा क्युकी कुछ भी हो गलती उससे भी हुई थी।एक दिन महेश रेनू को मिलने के लिए बुलाता है शाम में और इधर अनुज को भी लेके जाता है तीनो अब एक साथ मिलते है और महेश रेनू से बोलता है की मेरी गलती है इसमें मुझे बीच में नही आना था । अब मैं तुम दोनों को एक साथ देखना चाहता हूं। तुम लोग आपस में बात करो मैं जा रहा हूं जैसे ही महेश चलता है वैसे ही रेनू उसको रोक लेती है और बोलती है की मैं सिर्फ तुमको चाहती हू और तुम्हारे साथ ही रहूंगी

अब महेश बोलता है की ये नही हो सकता मेरी गलती थी मैं उसको सुधार रहा हूं तुम ऐसा कुछ ना बोलो।लेकिन रेनू एक ना सुनती है फिर इतने में अनुज बोल पड़ता है बस करो अब बहुत हुआ अब मेरा तुम लोगो से कोई मतलब नही तुम लोग एक दूसरे को प्यार करते हो साथ रहो लेकिन तुम लोगो ने मेरे साथ विश्वाश घात किया और अनुज ये भी बोलता है की मैंने बदलते प्यार और बदलते दोस्त को भी देख लिया। जो मैं कभी नहीं भूलूंगा इतना कहते हुए अनुज वहा से चला जाता है

अब महेश को बहुत ज्यादा दुख था क्युकी उसका बचपन का दोस्त उससे नाराज हो चुका था। फिर उसने रेनू से कहा की अगर तुम चाहती तो ऐसा कुछ नही होता लेकिन तुमने ऐसा नहीं किया तब रेनू बोलती है की अब मैं तुमसे प्यार करती हूं।अब अनुज महेश से बात करना बंद कर दिया था ये बात महेश को बहुत खटकती है फिर रेनू और महेश बाहर मिलने लगे थे घूमने जाते थे साथ में बाते करते थे। क्युकी रेनू ने अपनी पढ़ाई दूर शहर में करनी लगी थी और महेश भी वही से कर रहा था दोनों का मिलना जुलना होता था। पार्कों में जाना बैठे रहना बाते करना खाना पीना।

Two friends vs girl | बदलते चेहरे true story 2016

फिर एक दिन दोनो पार्क में बैठे होते है साथ में और फिर महेश रेनू का मोबाइल देख रहा होता है और क्या देखता है।की अनुज से रेनू की बातचीत मोबाइल में हुई थी।ये बात महेश को रेनू ने नहीं बताई थी। जिससे की महेश का विश्वाश टूट जाता है और वह पार्क से चला जाता है ।

उसके बाद महेश की ट्रेनिंग स्टार्ट हो जाती है। और फिर वह गांव से चला जाता है रेनू महेश के दोस्त का नंबर ले लेती है जो ट्रेनिंग में उसके साथ होता है। अब रेनू बहुत कॉल करती है लेकिन वो बात नही करता और रेनू उसके दोस्त से बाते किया करती है कुछ दिन बाते करते करते क्या होता है ये तो महेश को नहीं पता लेकिन महेश अपने दोस्त सिवा के मोबाइल में रेनू की कुछ फोटो देखता है जो की देखने के लायक नहीं थी वो गंदी फोटो थी।

अब महेश का विश्वाश बिलकुल उठ चुका था रेनू से। लेकिन महेश अपने दोस्त सिवा से कुछ नही बोलता क्युकी उसको पता होता है की गलती किसकी है और ये बात सिवा को आज तक पता नही होने दिया की उसको ऐसा कुछ भी मालूम हुआ है ।
लेकिन इन सब बातो में एक और बात ऐसी थी जो महेश को नहीं पता था और वो बात कब पता होती है जब रेनू की शादी हो जाती है कही और अब रेनू की शादी फिक्स हो गई थी कही और शादी भी हो जाती हैं

इधर महेश भी जॉब करने लगता है जब अनुज से बात बंद हो गई थी तभी महेश का एक दोस्त बनता है जिसका नाम अतुल होता है ।और अतुल की दोस्ती अनुज से भी होती है एक दिन जब अनुज और अतुल एक साथ में होते है तभी रेनू का कॉल आता है अनुज के पास और अनुज बात करता है तब अतुल पूछता है की ये तो तुम्हारे दोस्त की गर्लफ्रेंड है क्या तुम इससे बात करते हो तब अतुल को बताता है की हम इसकी शादी से पहले से बात कर रहे है और साथ में घंटो बैठे भी है एक साथ।

अब ये बात जैसे ही महेश को पता चलती है उसको समझ नही आ रहा था की किसके साथ क्या हुआ है मैने गलत किया अनुज के साथ या मेरे साथ गलत किया रेनू ने ।लेकिन क्या सच में अनुज गलत था। या फिर रेनू जिसने बड़ी चालाकी से दोनो दोस्तो को अलग किया और दोनो दोस्तो के साथ रही और महेश को तो पता भी नहीं होने दिया और सिवा को भी अपनी गन्दी फोटो भेजी थी। और इधर वह अनुज से भी बाते करती थी और मिलती थी।

Two friends vs girl | बदलते चेहरे true story 2016

महेश को कुछ भी पता नहीं हुआ ।और महेश अब यही सोच रहा था की क्या इतने सालो से एक झूठ के साथ अपनी जिंदिगी जी रहा था और एक फरेब के साथ में था । वो यही सोचता है की शायद मैंने अनुज के साथ गलत किया था उसका ये परिणाम मिला है उसको।


लेकिन इन सबके बीच एक बात तो सभी भूल ही गए। उस लड़की रेनू ने जो किया था क्या वो सही था और उसको अपने किए पर क्या वो सरमिंदा थी क्युकी उसने दो दोस्तो को अलग कर दिया था। और सिवा को भी फोटो भेजी थी क्या उसके अंदर पश्चाताप की भावना थी। क्युकी रेनू तो अपनी शादीसुदा लाइफ अच्छे से जी रही थी और उसके बाद भी अनुज से बात भी कर रही थी ।

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