सायद राहुल ने कभी सोचा भी नही होगा की प्यार भी होगा तो ऐसा। The description of Love । ये कैसा प्यार

सायद राहुल ने कभी सोचा भी नही होगा की प्यार भी होगा तो ऐसा। The description of Love । ये कैसा प्यार
The description of Love । ये कैसा प्यार
हां मैं बात कर रहा हूं एक अनोखी लव स्टोरी की जिसमे प्यार तो होता है लेकिन ऐसा की लोग समझ ही नही पाते है ।
ये बात उन दिनों की है जब रोली अपने मामा के यहां छुट्टी बिताने गई थी रोली के स्कूल में गर्मी की छुट्टी हो गई थी
वह टैक्सी से जाती है और फिर टैक्सी वाला उसको सड़क पर छोड़ देता है ।
फिर वह पैदल चलने लगती है गांव की तरफ तभी उसको एक लड़का मिलता है जो राहुल होता है वह अपने गांव की तरफ जा रहा होता है साइकिल से तभी रास्ते में रोली दिखती है राहुल बड़ा ही अच्छा लड़का था पूरे गांव में उसका स्वभाव और विचार बहुत अच्छे होते है उसने सोचा कोई लड़की अकेली पैदल जा रही होती है । धूप में लड़का उससे पूछता है की क्या तुम आगे गांव जा रही हो ।
तभी लडकी का जवाब आता है की हां मैं इसी गांव जा रही हूं। तभी लड़का पूछता है की क्या आप मारे साथ मेरी साइकिल से चलना चाहेंगी । लडकी पहले थोड़ा कुछ सोचती है फिर धीरे से बोलती है की में आपको जानती नही हूं फिर कैसे आपके साथ चालू इतने में लड़का बोलता है की मेरे नाम राहुल है और इसी गांव का रहेने वाला हूं।लड़का फिर पूछता है की आप किसके यहां जा रहे हो इतने में लड़की अपने मामा का नाम बताती है । तभी लड़का बोलता हुआ की अरे वो तो मेरे घर के पास ही रहते है आप मेरे साथ बिना डरे चल सकती है मैं आपको सही सलामत पहुंचा दूंगा ।
लडकी चलने को तैयार हो जाती है । फिर लडकी उसकी साइकिल में बैठ जाती है लड़का चल देता है कुछ दूर पहुंचते ही राहुल लडकी से उसका नाम पूछता है तब वह बताती है की उसका नाम रोली है और वह अपने मामा के यहां गर्मी की छुट्टी बिताने के लिए आई हुई है । बाते करते करते उनका घर आ जाता है फिर लडकी को उसके घर छोड़ कर राहुल अपने घर चला जाता है जो उसके ही घर के करीब में हैं
The description of Love । ये कैसा प्यार
राहुल के घर से और रोली के मामा के यहां से संबंध बहुत अच्छे थे वो लोग एक दूसरे के घर आते जाते रहते है धीरे धीरे राहुल और रोली भी बात करने लगे थे लेकिन राहुल के मन में रोली के लिए प्यार जाग उठा था रोली से बात करना उसको बहुत अच्छा लगता था कोई भी मौका राहुल नही छोड़ता था बात करने का क्युकी राहुल रोली को अब प्यार करने लगा था
लेकिन राहुल इतना अच्छा लड़का था की वह अपने दिल की बात रोली से बोल पा रहा था राहुल के दिल में बहुत प्यार भर चुका था रोली के लिए राहुल के साथ ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था ।
और राहुल को अंदर ही अंदर परिवार और समाज का भी डर था की अगर कुछ भी किसी को ये बात पता चल गई तो उसका क्या होगा उसके फैमिली का क्या होगा और लोग कैसा सोचेंगे उसके बारे में और उसकी फैमिली के बारे में
इधर रोली इन सब बातो से बिल्कुल अंजान थी रोली ने सिर्फ उसको एक बेस्ट फ्रैंड माना था उसके मन में प्यार की भावना बिलकुल नहीं थी उसको तो पता भी नहीं था की राहुल के मन में क्या कुछ चल रहा है।
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एक दिल राहुल ने सोचा की आज रोली से अपने दिल की बात बता देता हु और वह बताने के सोच लिया तभी रोली सामने से उसके घर आई सबसे बाते करने लगी राहुल बस यही सोच रहा था की कैसे भी एक बार रोली से अकेले बात करने का मौका मिल जाए इतने में घर में सभी लोग एक दूसरे से लव को लेके राय लेने लगे की क्या लव करना चाहिए या नही अब सभी लोग अपनी अपनी राय देने लगे थे तभी रोली का नंबर आता है और लोग उससे पूछते है की लव के बारे में उसकी राय क्या है ।
अब राहुल अंदर होता हैं जैसे वह ये बात सुनता है वह बाहर आ जाता है की रोली की राय क्या है लव पे । अब रोली सोचते हुए बोलती है की प्यार बहुत ही सुंदर होता है और ये बहुत ही अच्छा होता है जो की मैं भी करती हूं।और बहुत ज्यादा करती हूं।अब क्या था राहुल अंदर ही अंदर बहुत खुश हो रहा था की रोली भी प्यार करती है उसके अंदर भी प्यार के लिए भावनाए है वो भी प्यार करती है लेकिन फिर रोली ने कहा कि मैं प्यार तो करती हूं और बहुत ज्यादा करती हूं इतना की मैं बता नहीं सकती तभी एक सहेमी हुई आवाज आती है की वह कौन है ।
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ये आवाज किसी और की नही बल्कि राहुल की ही थी रोली आगे बोलती है की मां और पापा से बड़के कोई दूसरा प्यार तो हो ही नही सकता ये प्यार निस्वार्थ होता है इस प्यार में क भी भी स्वार्थ की भावना नहीं होती है तो इससे अच्छा और प्यारा प्यार इस पूरे संसार में कहीं और मिल ही नहीं सकता।अब पूरे कमरे में एक दम सन्नाटा सा छा गया था सभी लोग बस रोली को ही देख रहे थे
क्युकी जो उसने बोला था प्यार का वो लेसन था जो शायद ही किसी ने आज तक बोला होगा और उसने अपनी बात इतनी अच्छी भाषा में बताया था की राहुल के घर वाले अब उसके बाते ही सुन रहे थे रोली इसके आगे भी बोलती है की मैं अपनी मां और पापा से बहुत ज्यादा प्यार करती हूं ।
उन्होंने मुझे पाल पोस के इतना बड़ा किया और इस लायक बनाया की आज मैं उनके लिए कुछ अच्छा करू और उनका नाम रोशन करू मेरे मां और पापा ने कठिन परिस्रम करके मुझे पढ़ा रहे है और इस लायक बना रहे है की मैं आगे लाइफ में अच्छी पहेचान बना सकू और उनको उस मुकाम तक लेके जाऊं जिससे की उनको सम्मान मिले।
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रोली ने प्यार को ऐसे परिभाषित किया था जैसे कोई पचास साल का बुजुर्ग बोल रहा हो। अब क्या था सभी के नज़रे रोली पर थी और रोली की अहिमियत सबकी नजरों में बढ़ चुकी थी सब बहुत ही खुश थे रोली के बातो से अब राहुल के अंदर का प्यार कहीं गुम हो चुका था उसको समझ आ चुका था की सबसे पहले माता पिता का सिर को ऊंचा करना है इस काबिल बनना है । की माता पिता गर्व से सिर ऊंचा करके चल सके और समाज में उनका भी नाम हो ।
अब राहुल के मन से प्यार जा चुका था रोली की बातो ने उसकी आंखे खोल दी थी वह समझ चुका था की माता पिता से बड़के कोई नहीं हो सकता सबसे सच्चा प्यार माता पिता का ही हो सकता है ।फिर क्या रोली अपने गांव जाने को तैयार होती है और राहुल उसको छोड़ने जाता है और रास्ते में उसको धन्यवाद बोलता है।बोलता है की तुमने जो बोला था मैं उससे बहुत प्रभावित हूं।अपने जीवन को एक और नई दिशा कि तरफ लेके जायेगा जिसमे माता पिता का प्यार और एजुकेशन उसके बाद खुद को इस लायक बनना की माता पिता का सिर को गर्व से ऊंचा कर सके समाज में ऊंचाई को प्राप्त कर सके ।
अब रोली बहुत खुश थी की उसकी बोली गई बाते किसी के जीवन में अहम रोल निभाएंगी ।
बातो ही बातो में ही टैक्सी आ जाती है और रोली को टैक्सी में बैठा के राहुल अपने गांव की तरफ चल देता है ।
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